Details, Fiction and hindi kahani short
Details, Fiction and hindi kahani short
Blog Article
hindi kahaniyan
भले ही शेरनी इतनी बड़ी और शक्तिशाली थी, और चूहा इतना छोटा, विनम्र पर साहसी था, चूहे ने दयाभाव दिखाते हुए शेरनी का जीवन बचाया।
अतः उसने निश्चय किया कि वह फिर से घौसला बनाने के कार्य में पूरी सिद्धत से लग जायेगी.
एक शाम, बहुत बड़ा तूफान आया, जिसमें भारी बारिश हुई। तूफान ने कई पौधों को नष्ट कर दिया।
यह क्रम कई दिन तक चलता रहा, अचानक जैसे ही उमा एक दिन खिड़की से डंडा निकालकर उस घौसले को गिरा रही थी,
बिना देखे सुने किसी की बात पर भरोसा ना करें, इसी बात पर मेरे साथ घटा एक दिलचस्प वाकया है, मेरी नयी नयी जाॅब लगी थी और मैं एक नये शहर भोपाल में अपनी भतीजी के साथ वहां नौकरी करने गयी थी। भतीजी जिसका ...
क्योंकि परीक्षा के बाद उन्हें सभी वस्तुएं उनकें मालिक को वापिस करनी थी.
इसलिए तुम दोनों अपने घर से भोजन ले आओं, तब तक हम यही बैठे हैं. यह कहकर महात्मा जी एक पेड़ की छांव में बैठ गये.
किन्तु मृत्य के भय से उनके पैर नही उठ रहे थे, मौत की घड़ियों को कुछ समय टालने के लिए इधर-उधर भटकता रहा.
इसी उद्देश्य से उन्होंने द्वारपालों को बिना उनके आने की सूचना दिए सीधे अपनी पत्नी के सामने जाकर हाजिर हुआ,
उसने उस बालक को पहचान लिया तथा बालक के स्वप्न की सारी बात राजा को बता डाली.
एक दिन उसने ज्वार के पौधे-पौधे पर गुड़ का लेप कर दिया.
माँ ने उमा की प्रिय गुडिया को तोड़ डाला, जब उमा ने इसे देखा तो वह बेहद खिन्न हुई और रोने लगी.
आज फिर निकला था उसकी गली से ओ तो नजर नहीं आई उसकी जगह काली कु..... नजर आई ...
उन्दरे ने कहा- तू कहे तो मुझे ये तीन चीज देने में कोई एतराज नही हैं.